사상병 प्रेम-रोग (कोरियन कविता)
शुरू में प्यारा लगने वाला रोग,
थोड़ा बिगड़ने पर झुँझलाने वाला रोग,
और बढ़ने पर जटिल हो जाने वाला रोग,
जब अपना पूरा रूप ले लेता है,
अंदर सब कुछ जलाकर राख कर देने वाला रोग।
फिर भी,
इसके न होने से तो अच्छा
शायद इसके हो जाने का स्वाद लेना है।
‘समय सब रोंगों का मरहम है’ को चरितार्थ करने वाला रोग।
प्रेम-रोग।
-원태연 (तेयॉन वॉन)
अनुवाद: नवीन सिंह
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