संदेश

अक्तूबर, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Troy, USA के पुस्तक मेले में हिन्दी की पुस्तकें होंगी प्रदर्शित

चित्र
  Troy, Michigan, USA.  Troy Public Library द्वारा आयोजित Local Authors Fair 2024 में भारतीय हिन्दी लेखक श्री नवीन सिंह को अपनी हिन्दी की पुस्तकें प्रदर्शित करने की अनुमति मिली है। हर वर्ष की तरह इस पुस्तक मेले में लेखकों का चयन आवेदन के माध्यम से होता है। लाइब्रेरी ने श्री नवीन सिंह को वर्ष 2023 के पुस्तक मेले में भी यह अवसर प्रदान किया था। पिछले वर्ष भारतीय पुस्तक प्रेमियों के साथ-साथ अमेरिकी नागरिकों ने भी हिन्दी और भारत की संस्कृति में गहरी रुचि दिखाई थी। पिछले वर्ष के आयोजन की शानदार सफलता को देखते हुए, इस वर्ष हज़ारों पाठकों के मेले में शामिल होने की उम्मीद है। जिस ज्ञान की नींव पे विराट अमेरिका खड़ा है, यह मेला उसी ज्ञान का एक जलसा है। Troy School District के छात्रों को इस मेले में अनेक अनुसंधान के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। विश्व पटल पर भारत के बढ़ते प्रभुत्व का यह प्रतिफल ही है कि अमेरिका में हिन्दी को यह सम्मान मिला है। एक अंग्रेज़ी भाषी देश में हिन्दी को यह अवसर मिलने का कारण अमेरिका की उदार सोच तथा इसके द्वारा विविधता का सम्मान करना है। इस देश में विभिन्नता विभू...

बढ़ना है तो पढ़ना है (कविता)

चित्र
 गली-मोहल्ले और फुटपाथ सबका यही कहना है, धरती से लेकर अंबर तक शिक्षा ही अक्षय गहना है। चाँद-तारे और आफ़ताब कहते हैं यह सच बात, शिक्षा के रक्खे जो ख़्वाब, सबसे ऊँची उसकी बिसात! घर-मकान, जेवर-गहने  सब  समय-शीला पे घिसते हैं, अजर-अमर है उसकी थाती, शिक्षा से जिसके रिश्ते हैं। अचल सम्पत्तियाँ चल जाती हैं, वक़्त पे सब फिसल जाती हैं, शिक्षा की सड़कें सतत हैं, कल, आज और कल जाती हैं। रात कितनी ही क़हर होती है, हर रात की सहर होती है, शिक्षा का दीया दिखाओ, काली रात भी दोपहर होती है। झुग्गी- झोपड़ियाँ आज जो दाने-पानी की मोहताज हैं, शिक्षा की सीढ़ी दो, इनके नसीब में तख़्त-औ-ताज़ हैं। सुगंधित होता वह राज शिक्षा-सुमन जहाँ खिल जाते हैं, वक़्त आने पे फूल बनें अंगारे, सिंहासन भी हिल जाते हैं। हालातों से लड़ना है, कुछ भी हो सपने गढ़ना, मूल मंत्र एक ही है कि बढ़ना है, तो पढ़ना है। -काशी की क़लम